देश की सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 23 वर्षीय ऐश्वर्या श्योराण ने पहले ही प्रयास में बाजी मारते हुए आॅल इंडिया 93 रैंक हासिल की है। आज उनकी उपलब्धि पर देश को गर्व है, और वो देश की उन सभी लड़कियों के लिए प्रेरणा हैं जो सिविल सेवा और मॉडलिंग में कैरियर बनाना चाहती है।राजस्थान से आने वाली ऐश्वर्या ने पहले प्रयास में यूपीएससी को फाइट किया और सफलता हासिल की है। लेकिन उन्हें सब यूपीएससी अभियार्थियो से को अलग करता हैं, वह यह हैं कि वह पूर्व में मिस इंडिया 2016 की फाइनलिस्ट रहा चुकी है। मॉडलिंग की दुनिया में अपने जादू बिखरने के बाद उन्होंने देश की प्रतिष्ठित परीक्षा में सफल होकर नए रंगों के साथ उड़ान भरी हैं।
बताया जाता है कि ऐश्वर्या जब 18 साल की थी, तब वह फेमिना मिस इंडिया 2016 की फाइनलिस्ट थी, तब वह दिल्ली के मशहूर श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की छात्रा थीं। ऐश्वर्या ने बताया कि वह हमेशा से ही सिविल सर्वेंट बनना चाहती थी। उन्होंने मॉडलिंग सिर्फ एक शौक के लिए की थी और वह जीवन में बहुत सी चीजों के बारे में बता लगाना चाहती थी।ऐश्वर्या की शिक्षाऐश्वर्या ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा दिल्ली से पूर्ण की हैं, उन्होंने संस्कृति स्कूल से इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने ने दिल्ली के मशहूर श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स तक की पढ़ाई करी। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में किस्मत आजमाई और पहले ही प्रयास में सफल हो गई।
ऐश्वर्या ने 12 सीबीएसई बोर्ड से 97.5 प्रतिशत अंक के साथ पास की थी। उन्होंने 2017 में कॉमन एडमिशन टेस्ट पास कर आईआईएम इंदौर में जगह बनाई थी, लेकिन उन्होंने एडमिशन नहीं लिया क्योंकि वह प्रबंधन में कुछ करना उनकी योजना का हिस्सा नहीं था।मॉडलिंग में कैरियरऐश्वर्या ने अपना मॉडलिंग कैरियर दिल्ली से ही प्रारंभ किया हैं। उन्होंने ने 18-19 साल की उम्र में मॉडलिंग की दुनिया में अपना कदम रखा। इसके बाद वह वर्ष 2014 में "मिस क्लीन एंड क्लीनर" का खिताब जीत चुकी थी। वर्ष 2015 में उन्होंने "मिस कैंपस प्रिंसेस दिल्ली" का खिताब अपने नाम किया। उसके बाद ऐश्वर्या ने वर्ष 2016 में "मिस इंडिया फेमिना" में भाग लिया और फाइनलिस्ट बनी।
ऐश्वर्या बताती हैं कि "मैं हमेशा एक सिविल सेवक बनना चाहती थी। मैंने मॉडलिंग एक शौक के रूप में की। उस उम्र में, मैं बहुत सी चीजों का पता लगाना चाहती थी। मैं अपने स्कूल में हेड गर्ल थी और कॉलेज में भी, मैं डिबेट सोसाइटी की भी सक्रिय सदस्य थी और सामाजिक कार्यों में भाग लेती थी।"सौन्दर्य प्रतियोगिता में, मुझे मनीष मल्होत्रा जैसे प्रमुख डिजाइनरों द्वारा देखा गया, जिन्होंने मुझे फैशन शो में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। एक बार जब मैं दिल्ली लौटी, तो मेरे पास कई सारे ऑफर की भरमार थी। रैंप पर चलने का रोमांच मुझे साल - डेढ़ साल तक बना रहा। हालांकि, मैं अपने पहले प्यार एकेडमिक्स की ओर लौटना चाहती थी", ऐश्वर्या ने जैसा इंडियन एक्सप्रेस को बताया।इंटरव्यू में पूछे गए महत्वपूर्ण सवालवह हमेशा से महिलाओं की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर चिंतित थी। चूंकि उनकी मां हरियाणा से आती थी, इसलिए खाप पंचायत पर सवाल उठते थे कि महिलाओं के मुद्दे व्यक्तित्व के आधार पर पूछे जाते थे।"पैनल मूल रूप से आपके दृष्टिकोण, ज्ञान और उस तरह के व्यक्ति का परीक्षण करता है जो आप है। उस विशेष दिन में, डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे। इसलिए उन्होंने राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन आदि पर अमेरिकी - भारत संबंधी और व्यापार सौदों के बार में पूछा, उन्होंने पूछा कि नीति तैयार करते समय मेरा ध्यान क्या होगा।ऐश्वर्या ने अन्य कई उम्मीदवारों के। विपरित कोई कोचिंग संस्थान ज्वॉइन नहीं किया। वह हमेशा सेल्फ स्टडीज में विश्वास करती हैं। खास बात यह है कि, ऐश्वर्या के पिता अजय कुमार एनसीसी में तमिलनाडु बटालियन में कमांडिंग ऑफिसर हैं।
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें
thanks for your valuable suggestion.