चुनाव आते ही नेताओं की जुबान पिसलने लगी,
हर पार्टी एक - दूजे पर खुब आरोप लगाने लगी।
सत्ताधारी बोले हमनें पांच सालो में इतिहास रच डाला,
विपक्षी बोले इन्होनें शासन को जंंगल राज बना डाला।।
हर पार्टी एक - दूजे पर खुब आरोप लगाने लगी।
सत्ताधारी बोले हमनें पांच सालो में इतिहास रच डाला,
विपक्षी बोले इन्होनें शासन को जंंगल राज बना डाला।।
चुनावी दौर में सब नेता मतदाताओ के बीच गुडगुडाने लगे
अपने अपने लिए वोटो की भीख पैरो में गिर मांगने लगे
अपने अपने लिए वोटो की भीख पैरो में गिर मांगने लगे
कोई किये वादो को दोहराने लगे
कोई किये कामों को गिनाने लगे
कोई मर्यादाओ को पार करने लगा
कोई जीत की ताल ठोकने लगा
कोई किये कामों को गिनाने लगे
कोई मर्यादाओ को पार करने लगा
कोई जीत की ताल ठोकने लगा
फिर घोषणाओ की पौती लेकर नेता निकल पडे़ वोटों के खातिर
सातिर नेताओं ने खुब हाथ-पैर जोडे लोगों के वोटो के खातिर
कवि देवराज दांगी
मो. 9098158283
मो. 9098158283
very nice poem devraj ji
जवाब देंहटाएंThank u ji
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